Thursday, 7 December 2017

खाँसी, गले की खराश दूर करने के आसान उपाय


हर मौसम में खाँसी, गले की खराश और सर्दी जैसी बीमारियाँ पकड़ लेना आम बात है इससे गले में दर्द और सूजन आ जाती है,जिससे आप आफिस में या काम के समय काफी परेशानियों का सामना करते है और अगर आप किसी ऐसी जगह हैं जहां  दूर दूर तक मेडिकल स्टोर और डॉक्टर के क्लीनिक नही हैं तो आपको काफी परेशानी होती है इसके तुरंत उपचार के लिए आसान समाधान आपके घर पर ही मौजूद है जो दिला सकते है आप को गले की खराश और खाँसी से राहत नीचे बताये गए आसान उपायों को पढ़े और अपने जीवन मे लागू करें

नमक के गुनगुने पानी से गरारे


अगर गले में खराश लग रही है तो नमक के गुनगुने पानी से गरारे करना सबसे पुराना और सरल उपाय माना जाता है.नमक एंटी-बैक्टीरियल होता है, जिससे गले की खराश को आसानी से दूर किया जा सकता है.1/4 नमक की चम्मच को गुनगुने पानी में डालकर उसके दिन में 3 से 4 बार गरारे करने से गले की खराश से राहत पाया जा सकता है।

हर्बल चाय



चाय का प्रयोग हमारी थकान और भूख मिटाने के लिए होता है तो कभी मूड अच्छा करने के लिए होता है तो कभी दोस्तों के साथ गप्पे मारने के समय खास रोल निभाती है और ज्यादा चाय का सेवन कभी कभी डायबिटीज जैसी बीमारियां भी दे जाता है लेकिन हर्बल चाय जैसे घरेलू नुस्खे आपके काफी काम आते हैं और इस बारे में बहुत कम लोग जानते हैं डॉ. वसंत लैड द्वारा लिखित'आयुर्वेदिक होम रेमिडीज'बुक में कहा गया है कि अदरक,दालचीनी,लीकोरिस को एक गिलास पानी में 5 से 10 मिनट मिलाने के बाद उसके मिश्रण को दिन में तीन बार पीने से गले में हुई खराश से आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है।


लहसुन द्वारा खाँसी और खराश का उपचार


लहसुन जो रोज़ हमारे खान पान की चीजों में उपयोग होता है आसानी से मार्किट में मिल जाता है जिसकी कोई खास कीमत भी नही है इन दिनों आप लहसुन को इस्तेमाल करके खांसी और खराश जैसी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं लहसुन में सल्फर आधारित योगिक एलेसिन पाया जाता है, जो बैक्टीरिया को खत्म करता हैलहसुन का  एक पीस गाल और दांतो के बीच दबाकर टॉफी की तरह चूसने से गले की खराश और खांसी से राहत पाई जा सकती है।

हल्दी का दूध द्वारा उपचार


प्राचीन काल से हल्दी अनेक तरह की चोटों और अनेक बीमारियों के लिए रामबाण औषधि रही है और जब हल्दी के साथ दूध मिल जाता है तो यह औषधि शरीर की अनेक घाव को भरने का काम करती है अपनी दादी नानी द्वारा दिए गए नुस्खों में हल्दी दूध हमेशा अपनी पहली जगह बनाएगा गले की खराश से राहत पाने के लिए दूध में हल्दी मिलाकर पीने की प्रक्रिया प्राचीन भारत से चली आ रही है. हल्दी का दूध पीने से आपके गले में खराश से हुई सूजन और दर्द दोनों से आसानी से राहत पाई जा सकती है आयुर्वेद में हल्दी के दूध को प्राकृतिक एंटीबायोटिक के नाम से भी जाना जाता है इसके अलावा हल्दी दूध ऐसी चमत्कारी औषधि है जो आपके शरीर मे अंदरुनी चोटों को भर देती है और बहुत सी बीमारियों से छुटकारा दिलाती है शरीर मे चोट लग जाने पर या खून जम जाने पर डॉक्टर भी हल्दी दूध का सेवन करने को बोलते हैं तो क्यों हम भागे अंग्रेजी दवाईओं के पीछे अगर हल्दी दूध से काम चल सकता है तो यह रामबाण औषधि कभी मत भूलना।

सेब के सिरके द्वारा बलगम का उपचार


सेब का सिरका एक तरह का एसिड होता है जो गले की खराश से जन्में बैक्टीरिया को खत्म करताहै इसके साथ-साथ ये बलगम का भी निवारण करता है एक चम्मच एप्पल विनेगर को अपनी हर्बल चाय में मिलाकर पीने से और एक चम्मच विनेगर को ही पानी में मिलाकर गरारे करने से बलगम से छुटकारा पाया जा सकता है तो क्यों न हम सेब को कच्चा खाने के साथ साथ सिरका बनाकर भी प्रयोग में लाये और सर्दियों के समय मे आसानी से पकड़ने वाली बीमारी से राहत पाए।

Image Source Google

Information Source Home Remedies Books

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