Saturday 27 August 2022

नीलिमा- एक खतरनाक औरत

 अमावस्या की रात 

Nilima-Ek Khatarnak Aurat


Next Scene

एक औरत जब सुबह तालाब में से डुबकी लगाकर निकलती है  वह अपने सर के बालों से गिर रही लाल बूंद जब देखती है तो चौंक जाती है वह अपने सर पर हाथ लगाती है तो देखती है कि यह पानी नहीं  खून है फिर एक नज़र अपने शरीर पर डालती है उसका शरीर पूरा खून से नहाया होता है और हाथों से और पुरे शरीर से पानी की जगह खून टपक रहा होता है तभी उसकी नज़र उस तालाब पर जाती है जो कि पानी की जगह खून में बदला चुका था वो एकदम से घबरा जाती है और  बहुत जोर से चिल्लाती है कि पुरे आस पास के माहौल में उसकी आवाज गूंज उठती है की तभी  एक औरत के हंसने की आवाज उसके कानों में पड़ती है और वो तुरंत  उस तालाब से निकलने के  लिए भागती है  कि तभी जैसे ही वह तालाब के बाहर कदम रखती है कि अचानक उसके पैरों के नीचे कोई छोटा पत्थर आता है और फिसल कर वापस उसी तालाब के किनारे पानी में जा गिरती है एक बार फिर सन्नाटा पुरे माहौल में छा जाता है तभी उस औरत के हंसने की डरावनी आवाज से उसकी रूह काँप उठती है

Nilima-Ek Khatarnak Aurat Hindi Horror Story



वो फिर से भागने के कोशिश करती है

Nilima-Ek Khatarnak Aurat Hindi Horror Story


तभी अचानक किसी औरत के हाथ बहार निकलते हैं और उसके पैरों को खींच लेते हैं और वह वापस उस तालाब में जा गिरती है  इसबार वो हाथ उसका सर पकड़कर उसे पानी में डूबा रहे होते हैं वह जोर जोर से बचाने के लिए चिल्लाती है फिर कुछ मिनट में एकदम से सन्नाटा छा जाता है


फिर कुछ देर बाद उस औरत की लाश तालाब के पानी के ऊपर तैरते हुए दिखाई देती है फिर  एक हंसी  की आवाज़ 

तभी गांव वाले वहां आ जाते हैं वहां काफी भीड़ इक्खट्ठा हो जाती  है 

एक औरत  जोर जोर से रो रही  होती है 

औरत- अरे मेरी बच्ची को क्या हो गया? अरे किसने किया ये सब, मैंने पहले ही कहा था अब इस जगह से पानी लेना  ठीक नहीं है ये  तालाब श्रापित हो चूका है कुछ औरतें उसे चुप करा रही होती  हैं उसे सांत्वना दे रही होती हैं वो लड़की और कोई नहीं गांव के मुखिया की बेटी होती है वो सरपंच भी रो रहा होता है 

तभी अचानक एक जोरदार हवा चलने लगती  है वो मरी हुयी लड़की पानी के ऊपर उठ खड़ी होती है वह अपने सर को जोर से झटकती है और उसके बाल हवा में उड़ रहे होते हैं उसकी आँखें बड़ी बड़ी और लाल हो चुकी होती हैं और वह जोर जोर से हंस रही होती है उसका यह रूप देख उसकी मां  बेहोश हो जाती है और  गांव की औरतें और बच्चे  बहुत डर  जाते हैं

वो लड़की-पहचाना नहीं तुमने हा हा हा! मैं नीलिमा हूँ, नीलिमा! वही नीलिमा जिसको तुम गांव वालों ने इसी पानी में डूबा कर मार दिया था 

मैंने  कहा था न, मैं फिर वापस आयूंगी, तुम सब से बदला लेने, तुममे से कोई भी नहीं  बचेगा, कोई भी नहीं सब मरोगे, सब के सब मारे जाओगे  

हा हा हा, वो जोर  जोर से हंसने लगती है और  फिर वह लड़की बेसुध होकर गिर जाती है  उसकी लाश पानी के ऊपर फिर से तैरने लगती है

To Be Continue...

Written by

Sandeep Kumar Ram Sunder